👉 योजना का उद्देश्य
उत्तराखंड सरकार ने किसानों को सशक्त बनाने के लिए e-RUPI डिजिटल भुगतान प्रणाली और चार प्रमुख कृषि नीतियाँ शुरू की हैं। इन पहलों का उद्देश्य किसानों को सीधे सब्सिडी प्रदान करना, आधुनिक खेती के तरीकों को बढ़ावा देना और कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
✅ प्रमुख पहलें
1. e-RUPI डिजिटल भुगतान प्रणाली
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सीधी सब्सिडी: किसानों को e-voucher के माध्यम से सीधे सब्सिडी प्राप्त होगी, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी।
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तेज और पारदर्शी लेन-देन: डिजिटल भुगतान प्रणाली से लेन-देन तेज और पारदर्शी होंगे।
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प्रशिक्षण कार्यक्रम: किसानों को इस प्रणाली का उपयोग सिखाने के लिए गांवों में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
2. कीवी और ड्रैगन फ्रूट की खेती नीति
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कीवी नीति: 894 करोड़ रुपये की लागत से 3,500 हेक्टेयर में कीवी की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे 9,000 किसानों को लाभ होगा।
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ड्रैगन फ्रूट नीति: 15 करोड़ रुपये की लागत से 228 एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा।
3. सेब की पोस्ट-हार्वेस्ट प्रबंधन योजना
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उन्नत बागवानी: 5,000 हेक्टेयर में अल्ट्रा-डेंस ऑर्चर्ड विकसित किए जाएंगे।
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भंडारण और ग्रेडिंग: 144.5 करोड़ रुपये की लागत से सेब के भंडारण और ग्रेडिंग की सुविधाएँ स्थापित की जाएंगी।
4. मिलेट मिशन
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मिलेट की खेती: 135 करोड़ रुपये की लागत से 70,000 हेक्टेयर में मिलेट की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
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प्रोत्साहन: बीज बोने और फसल खरीदने के लिए किसानों को प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
📌 पात्रता (कौन आवेदन कर सकता है?)
1️⃣ उत्तराखंड के किसान होना चाहिए।
2️⃣ राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना चाहिए।
3️⃣ कृषि क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्यरत होना चाहिए।
📝 आवेदन प्रक्रिया: कैसे करें आवेदन?
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
1️⃣ आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: उत्तराखंड कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
2️⃣ e-RUPI के लिए पंजीकरण करें।
3️⃣ किसान प्रोफ़ाइल बनाएं और आवश्यक विवरण भरें।
4️⃣ सब्सिडी या लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन सबमिट करें।
📊 योजना का लाभ लेने वाले प्रमुख जिले
1️⃣ देहरादून
2️⃣ नैनीताल
3️⃣ पिथौरागढ़
4️⃣ चंपावत
5️⃣ उत्तरकाशी
🔖 निष्कर्ष
उत्तराखंड सरकार की ये पहलें किसानों के लिए एक नई दिशा प्रदान करती हैं। e-RUPI प्रणाली से सब्सिडी प्राप्त करना आसान होगा, और नई कृषि नीतियाँ किसानों को आधुनिक खेती के तरीकों से जोड़ेंगी। यदि आप उत्तराखंड के किसान हैं, तो इन योजनाओं का लाभ उठाएं और अपने कृषि व्यवसाय को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएं।

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