प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) 2025: किसानों के लिए वरदान बनी नई सुविधाएँ
भूमिका
2019 में शुरू हुई प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना भारत के किसानों के लिए एक मजबूत सहारा बन चुकी है। 2025 तक, इस योजना ने 13 करोड़ से ज्यादा किसानों को 4.2 लाख करोड़ रुपये की सहायता दी है। अब इस योजना में नए बदलावों के साथ किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें आर्थिक मदद देने का लक्ष्य है। आइए जानते हैं 2025 में PM-KISAN की नई अपडेट्स, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और फायदे।
PM-KISAN 2025 के मुख्य अपडेट्स
1. बढ़ी हुई आर्थिक मदद:
- सालाना सहायता 6,000 रुपये से बढ़ाकर 8,000 रुपये कर दी गई है, जो अब 4 किस्तों (हर 3 महीने में 2,000 रुपये) में मिलेगी।
- जैविक खेती करने वाले किसानों को अतिरिक्त 1,000 रुपये (परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत)।
2. विस्तारित दायरा:
- बटाईदार (किराए पर खेती करने वाले) किसान अब केरल, तमिलनाडु और ओडिशा में योजना का लाभ ले सकते हैं।
- महिला किसानों को प्राथमिकता: 40% लाभार्थी अब महिलाएँ हैं।
3. टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल:
- सैटेलाइट तस्वीरों से ज़मीन की जाँच (AI की मदद से)।
- PM-KISAN मोबाइल ऐप लॉन्च, जिससे पेमेंट ट्रैक करें, शिकायत दर्ज करें और ई-केवाईसी अपडेट करें।
4. जलवायु बोनस:
- सूखा/बाढ़ प्रभावित इलाकों के किसानों को सालाना 1,500 रुपये अतिरिक्त ("क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर" योजना के तहत)।
पात्रता (2025 के नियम)
कौन ले सकता है लाभ?
- जमीन मालिक किसान: 2 हेक्टेयर (5 एकड़) तक खेती की ज़मीन।
- संयुक्त परिवार: अगर ज़मीन किसी के साथ शेयर है, तो सभी आवेदन कर सकते हैं।
- नए लाभार्थी: किराए पर खेती करने वाले (लिखित अनुबंध के साथ), महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) जो सामूहिक ज़मीन पर खेती करते हैं।
कौन नहीं ले सकता लाभ?
- संस्थागत ज़मीन मालिक (जैसे स्कूल, कॉलेज)।
- इनकम टैक्स भरने वाले (पिछले या इस साल)।
- डॉक्टर, इंजीनियर जैसे पेशेवर जिनकी गैर-कृषि आय 5 लाख रुपये/साल से ज्यादा है।
PM-KISAN के लिए आवेदन कैसे करें? (2025)
ऑनलाइन आवेदन:
1. [PM-KISAN पोर्टल](https://pmkisan.gov.in) पर जाएँ।
2. "नया किसान पंजीकरण" पर क्लिक करें और आधार नंबर, मोबाइल नंबर, ज़मीन का ब्यौरा भरें।
3. डॉक्यूमेंट अपलोड करें:
- आधार कार्ड
- ज़मीन के कागजात (या किराए का अनुबंध)
- बैंक खाता (आधार से लिंक्ड)
4. ई-केवाईसी पूरा करें (OTP या फिंगरप्रिंट से)।
ऑफलाइन आवेदन:
- कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) में जाकर डॉक्यूमेंट जमा करें।
जरूरी दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- ज़मीन के कागजात (खतौनी, भुलेख)
- बैंक पासबुक (IFSC कोड दिखे)
- किराए का अनुबंध (बटाईदार किसानों के लिए)
PM-KISAN का असर (2021–2025)
1. गरीबी कम हुई: बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में किसानों का कर्ज़ 22% घटा।
2. महिलाओं को बढ़ावा: महिला लाभार्थी 28% (2021) से बढ़कर 40% (2025) हुईं।
3. कृषि तकनीक का विकास: किसानों ने मिट्टी की जाँच और IoT डिवाइस खरीदने में निवेश किया।
4. जलवायु अनुकूलन: 50 लाख किसानों को 2024–25 में जलवायु बोनस मिला।
चुनौतियाँ:
- आधार लिंक न होना: 15% आवेदन गलत जानकारी की वजह से रद्द।
- जागरूकता की कमी: दूरदराज के किसानों को बटाईदार योजना की जानकारी नहीं।
- नकली कागजात: महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में जाली ज़मीन दस्तावेज पकड़े गए।
पेमेंट स्टेटस कैसे चेक करें? (2025)
1. पोर्टल पर:
[PM-KISAN पोर्टल](https://pmkisan.gov.in) > ‘लाभार्थी स्थिति’ > आधार/मोबाइल नंबर डालें।
2. मोबाइल ऐप:
PM-KISAN ऐप डाउनलोड करें > लॉगिन करें > किस्तों का हिसाब देखें।
3. SMS अलर्ट:
155261 पर मैसेज लिखें: ‘PMKSAN <आधार नंबर>
सफलता की कहानियाँ
1. रानी देवी (बिहार): PM-KISAN के पैसे से सूखा रोधी बीज खरीदे, उत्पादन 30% बढ़ा।
2. राजेश पटेल (गुजरात): जलवायु बोनस से सोलर पंप लगाया, सिंचाई का खर्च 50% घटा।
2026 तक PM-KISAN को राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) से जोड़ा जाएगा, ताकि किसान सीधे अपनी फसल बेच सकें। साथ ही, प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के साथ लिंक करने की योजना है, ताकि फसल नुकसान का मुआवजा सीधे मिल सके।
PM-KISAN 2025 किसानों के लिए सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि तकनीक और सुरक्षा का साथ देने वाली योजना है। हालांकि आधार की गड़बड़ियाँ और जागरूकता की कमी जैसी चुनौतियाँ हैं, लेकिन नए बदलावों ने किसानों को मजबूती दी है। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए ऐसी योजनाएँ जरूरी हैं।
पात्र किसान तुरंत [PM-KISAN पोर्टल](https://pmkisan.gov.in) पर रजिस्टर करें और ई-केवाईसी पूरा करें। नई जानकारी के लिए KVK वर्कशॉप या ऐप का इस्तेमाल करें।
स्रोत:
- [PM-KISAN पोर्टल](https://pmkisan.gov.in)
- नीति आयोग रिपोर्ट (2025)
- कृषि मंत्रालय के प्रेस विज्ञप्ति
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